टौमी इंतजार में July 29, 2007 Get link Facebook Twitter Pinterest Email Other Apps किसकी राह देखी जा रही है अरे इसमें पहेली क्या बूझना - टॉमी तो केवल उन्हीं का इंतजार करता है। उसके लिये तो बस वहीं हैं। कोई मेरी राह थोड़ी देख रहा है। उन्मुक्त की पुस्तकों के बारे में यहां पढ़ें। Comments Arun Arora8:46 PMकृ्पया घर का मामला घर मे ही सुलझा ले चाहे तो दोनो लोग टामी के साथ एक सम्मेलन गोल या चोकोर कैसा भी चलेगा करले..:)ReplyDeleteRepliesReplyUdan Tashtari6:37 AMटॉमी को हमारी कविता सुनाईये, काम बन जायेगा. सलाह का कोई चार्ज नहीं..कविता भी सस्ते में दे देंगे. आपका दुख देखा नहीं जाता, रह रह कर दिल भर आता है.ReplyDeleteRepliesReplyAdd commentLoad more... Post a Comment
कृ्पया घर का मामला घर मे ही सुलझा ले चाहे तो दोनो लोग टामी के साथ एक सम्मेलन गोल या चोकोर कैसा भी चलेगा करले..:)
ReplyDeleteटॉमी को हमारी कविता सुनाईये, काम बन जायेगा. सलाह का कोई चार्ज नहीं..कविता भी सस्ते में दे देंगे. आपका दुख देखा नहीं जाता, रह रह कर दिल भर आता है.
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